१) हरी मिर्च के फायदे
२) ठंडा दही
ठंडी व खट्टी दही का सेवन कदापि नहीं करना चाहिए। रात्रि में दही का सेवन न करें। फलों तथा कच्चे सलाद के सेवन से भी रात्रि में बचना चाहिए।
३) तुलसी
तुलसी की पत्तियों में प्रचुर मात्र में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो शरीर में cortisol (stress hormone ) के स्तर को सामान्य बनाते हैं। प्रतिदिन तुलसी के सेवन से तनाव के कारण होने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम करने में भी मदद मिलती है।
४) दालचीनी
५) जैतून का तेल (Olive Oil )
थोड़े से जैतून के तेल को गरम करके उसमें एक चम्मच दालचीनी चूर्ण तथा उसमें एक चमच्च शहद मिलाकर पेस्ट बना लें। इस लेप को बालों की जड़ों में लगाकर १५ मिनट बाद सर धो लें। इस प्रयोग से बालों का झड़ना कम होता है।
६) लौंग
लौंग का सेवन शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है तथा रक्त शुद्ध करता है। लौंग में एक उत्तम प्राकृतिक पेनकिलर भी है , इसमें मौजूद यूजेनॉल आयल दांत दर्द में आराम दिलाने में बहुत लाभदायक है।
७) काली मिर्च
८) चुकंदर
इस से खून की कमी दूर होती है। चुकंदर (Beet root ) सर्दियों में आने वाली सब्ज़ी है जो खून की कमी को दूर करने में बहुत कारगर है। चुकंदर में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है अतः anaemia के रोगियों को अपने भोजन में किसी न किसी रूप में (जैसे सूप , सब्ज़ी या सलाद )चुकंदर को अवश्य शामिल करना चाहिए।
९) नींबू और संतरे का रस
आप घर बैठे अपना प्राकृतिक moisturizer बना सकते हैं। सर्दियों में त्वचा की नमी बरक़रार रखने के लिए घर पर ही moisturizer बनाकर प्रयोग में लाया जा सकता है। इसके लिए चार चमच्च गाढ़ी दही में कुछ बूंदे नींबू तथा संतरे के रस की मिलाकर चेहरे पर १५ - २० मिनट के लिए लगाएं। इसके बाद सादे पानी से धो लें। इस प्रयोग से त्वचा मुलायम तथा चमकदार हो जाती है।
१०) छोटी इलायची
छोटी इलायची को बारीक़ पीसकर चूर्ण बना लें। आधा आधा ग्राम चूर्ण सुबह शाम सादे पानी से सेवन करने से लिवर के बढ़ने तथा सूजन में लाभ होता है।
११) नीम
नीम का वृक्ष अपने औषधीय गुणों के कारण पारम्परिक इलाज में उपयोगी रहा है। नीम के बारे में कहा जाता है कि एक नीम और सौ बराबर है। इसमें कई तरह के कड़वे परन्तु स्वास्थ्यवर्धक पदार्थ होते हैं दांतों और मसूड़ों में लगने वाले तरह तरह के बैक्टीरिया को पनपने नहीं देते हैं , जिससे दांत स्वस्थ व मजबूत रहते हैं। नीम के दातुन करने से दांत व मसूड़े मजबूत होते हैं दाँतों में कीड़ा नहीं लगता है ,तथा मुँह से दुर्गन्ध आना बंद हो जाता है।
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