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How to become a great leader in Hindi (एक अच्छे नेता के लक्षण)



There have been many great leaders  in the history who did possessed great qualities. It's the quality of a leader that makes him great. Before telling you about how to become a  great leader in Hindi..let's see the name of some great leaders in history.

Mahatma Gandhi
Bal Gangadhar Tilak
Bhagat Singh
Chandrasekhar Azad
Gopal Krishna Gokhale
Indira Gandhi
Jawaharlal Nehru
Lala Lajpat Rai
Lal Bahadur Shastri
Maulana Abul Kalam Azad
Netaji Subhash Chandra Bose
Dr. Rajendra Prasad
Rajiv Gandhi
Sardar Vallabhbhai Patel
Sarojini Naidu 

What were the qualities of these great leaders?

१) सक्षमता (Competence )

'यदि आप कोई काम नहीं कर सकते ,
तो आपकी टीम भी उसे नहीं कर सकती '

सक्षम का अर्थ है - अच्छी तरह योग्य होना। इसके लिए जरुरी है की हर छोटे बड़े कार्य को दिल दिमाग से किया जाए। अपनी शक्ति , सामर्थ्य और कोशिशों को उन चीज़ों पर केंद्रित करें , जिन्हे अछि तरह से किया जा सकता है और जो संगठन की सफतला के लिया ज़रुरी है। 

यदि कोई काम नहीं आता , पर संगठन की सफलता के लिए जरुरी है तो अपने लीडर को साफ़ बताते हैं कि मुझे नहीं आता है , ताकि वो उस काम को किसी और से करा लें या आपको उस काम को सीखने में सहयोग दे। 
अपने को सक्षम बनाने के लिए - 
          १) एकाग्रता बढ़ाएं 
          २) जरुरी योग्यताएं हासिल करें 
          ३) अपने किये काम का अवलोकन करें 
          ४) लगातार सीखने का प्रयास करें 
         ५) जो काम अछि तरह कर सकते हैं , उसे भी लगातार करते रहने से और महारथ हासिल होती है 

२) वाक् चतुराई (Good communication )

'संगठन की आवाज़ें तो कई होती हैं ,
लेकिन दिल एक ही होता है '

संगठन में ऐसा वातावरण बना कर रखें कि सब अपनी बात कह सकें।  जो काम होना है वो तो होना है , चाहे गलती हो जाये।  गलती इंसान से ही होती है। 
आपस में विहार विमर्श करके गलती को सुधार लें। एक दूसरे के बारे में जानने से, साथ समय गुजारने से , बात चीत करने से टीम में एक जुड़ाव आता है , जो सफलता के लिए जरुरी है।
अगर संगठन के किसी सदस्य के साथ आपको किसी तरह की कोई समस्या है तो उसे जल्द से जल्द सुलझा लें।



३) अनुशासन (Discipline )

'सही समय पर, सही वजह से, सही काम करना '

अनुशासित बनने के लिए इन तीन क्षेत्रों में लगातार अनुशासन विकसित करते जाएँ -

           १) अनुशासित सोच
           २) अनुशासित भावनाएं
           ३) अनुशासित कर्म
हर काम को सही तरीके से करना सीखें । गलतियां तो सबसे होती हैं , उनसे सीखें और आगे बढ़ें। जीवन में अनुशासन होना अत्यंत आवश्यक है , अगर आप अनुशासित नहीं होंगे तो आपका संगठन भी अनुशासित नहीं रहेगा।

४) दूसरों को आगे बढ़ाने वाला (Help others to grow)

दूसरों को आगे बढ़ाने के लिए आपके पास सुरक्षा का एहसास होना जरुरी है।  जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की उन्नति में सहायक होता है , वह स्वयं भी उन्नति करता है।

अपने साथियों की उन्नति में सहायक बनने के लिए -

      १) उनकी खूबियों को पहचानें।
      २) उनकी मदद करें।
      ३) उनकी प्रशंसा करें।
      ४) उन्हें सम्मान दें।
      ५) उनकी बात गौर से सुनें।
      ६) उनके नज़रिये को बेहतर बनायें।
      ७) उन्हें जीतने की शक्ति दें , प्रोत्साहन दें।

५) उत्साही (Enthusiastic)

'अपने काम को लेकर रोमांचित रहें '

आपका ह्रदय उत्साह से भरा रहे , क्योंकि उत्साह से ऊर्जा उत्पन्न होती है , जिससे शक्ति मिलती है। अपना उत्साह बढ़ाने के लिए आप जो करते हैं , उस पर यकीन करें।  जब किसी काम को करने के लिए डर लगे  या आलस्य घेरनेलगे तो इस चक्र को तोड़ने के लिए -

१) डर का सामना करें।  डर के एहसास के बावजूद काम करते रहें।
२) सकारात्मक तरीके से बोलें।
३) उत्साही लोगों के साथ रहें।
४) किसी भी कार्य करते समय उसे enjoy करें।

माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के चेयरमैन बिल गेट्स ने कहा - "मैं जो काम सबसे अच्छी तरह करता हूँ , वह है अपना उत्साह फैलाना। " उत्साह होने पर ज्यादा एकाग्र और ऊर्जावान होते हैं।

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