What is the fastest and proven ways to increase my memory and concentration?
हमारे आस पास की जानकारी से हम सीखते हैं पर हम उस जानकारी का अधिग्रहण तभी करते हैं जब उसमे हमारा interest होता है।
हमारी स्मृति और एकाग्रता को भेदने के लिए हमे कुछ रणनीतियां बनाने पड़ेंगी।
१) रूचि (Interest)
कुछ याद रखने के लिए हमारी उस चीज़ में दिलचस्पी होनी चाहिए।
अपने बचपन के बारे में सोचें, आपको ज्यादातर चीज़े किसने सिखाईं? खुद आपने अपने आपसे। आपके अपनी रुचि और जिज्ञासा की वजह से ही आपने अपने जीवन में बहुत कुछ सीखा। तो अगर आज हम कुछ सीखना चाहते हैं तो हम उस विषय में रूचि लेनी होगी। बिना रूचि के सीखना अत्यंत मुश्किल हो जाता है।
२) चाहत (Intent to remember )
अगर हम कुछ याद रखना चाहते हैं तो उसे याद रखने ही हमारी चाह भी होनी चाहिए। हमे उसे याद रखने के लिए एक सकारत्मक सोच रखनी होगी ।
३) बुनियादी पृष्ठभूमि (background )
नई चीज़ के बारे में हमारी समझ एक बड़ी हद तक इस बात पर भी निर्भर करती है कि हम पहले से ही उस विषय के बारे में कितना जानते है।
किसी भी चीज़ को बिना समझे सिर्फ रटने से याद रखना बहुत मुश्किल होता है। यदि हम उसकी बुनियादी पृष्ठभूमि की समझ होगी तो हम उस विषय को अच्छे से समझ पाएंगे और वह हमें याद रखने में सहायक भी होगा।
४) चयन (selectivity )
हमारे आस पास इतनी जानकारी है की हमे उस सब को याद रखना बहुत मुश्किल हो जाता है। हमें यह समझना होगा की उस जानकारी में से हमारे लिए क्या महत्वपूर्ण है। जो चीज़ या जानकारी हमारे लिए important है सिर्फ उसे ही याद रखें।
५) सार्थक संगठन (Organize)
हमे औने याद रखने वाले विचारों को समूह में बाँटना चाहिए। हमे उन्हें श्रेणियों में classify करना चाहिए जिससे हम उसे बाद में याद करने में आसानी हो।
६) सस्वर पाठ (Recitation )
याद रखने वाले विचारों को अपने खुद के शब्दों में जोर जोर से कहना एक बहुत ही शक्तिशाली उपकरण है याद रखने के लिए।
७) मानसिक दृश्य (Visualization )
अगर किसी चीज़ को आपको याद रखना है तो उसकी एक काल्पनिक छवि बनायें। ऐसे में दिमग के पास याद रखने के लिए सिर्फ अक्षर ही नहीं बल्कि उससे जुड़ा हुआ एक चित्र भी होता है । और चित्र बनाने की इस प्रक्रिया में दिमाग अत्याधिक प्रयास करता है जिससे हम उस बात को बाद में याद करने में आसानी होती है।
८) किसी और चीज़ से जोड़ें (Association)
जिस भी चीज़ को आपको याद रखना है उसे किसी और चीज़ से जोड़ें जो आपके दिमाग में पहले से ही है। इससे हमारे दिमाग में एक link बन जाता है। जैसे मान लीजिये की हर सोमवार को आपकी खेल कूद की क्लास होती है और सिर्फ उसी दिन आपका दूसरे विषय पर टेस्ट भी है , चूँकि आपकी रूचि खेल कूद में है तो आपको याद रहता है की आपकी क्लास सोमवार को है पर आपको अपना टेस्ट याद नहीं रहता है, तो उस टेस्ट को अपनी खेल कूद की क्लास के साथ जोड़ें। इससे आपका दिमाग टेस्ट को आसानी से याद रखेगा।
मेरे लिए यह सरे तरीके बहुत ही उपयोगी थे। अगर आप किसी और अचे तरीके को जानते हैं तो कृपया नीच कमेंट सेक्शन में बताएं।
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